पीएम की सुरक्षा ढाल बनेगी एसएएफ की कारबाइन, एसपीजी के जवानों को भी पसंद आई


कानपुर |


लघु शस्त्र निर्माणी (एसएएफ) और एआरडीई (आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टेबलिशमेंट) पुणे के संयुक्त प्रयास से विकसित ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कारबाइन (जेवीपीसी) देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अन्य मंत्रियों की सुरक्षा करेगी।


 

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्टिव ग्रुप) के रुचि दिखाने पर 10 कारबाइन ट्रायल में दी गई है। मौजूदा समय में एसपीजी के कमांडो एक खास प्रकार की असाल्ट राइफल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे आयात किया जाता है।निर्माणी में बनी जेवीपीसी जर्मनी की हेकलर एंड कोप (एचके) कारबाइन और बेल्जियम की फेन कारबाइन से ज्यादा मारक और हल्की है। इसे एक हाथ से भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) आगरा यूनिट पहले ही 100 कारबाइन की एक खेप ले चुकी है। इसी तरह छत्तीसगढ़ पुलिस ने सैकड़ों की संख्या में जेवीपीसी की खरीद की है।


सीआरपीएफ के जवान भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि एसपीजी के अलावा दिल्ली पुलिस, जम्मू कश्मीर पुलिस, कोस्ट गार्ड आदि के  शीर्ष अफसरों ने कारबाइन में खास रुचि दिखाई है।

पूरी तरह देसी कारबाइन
जेवीपीसी कारबाइन में सौ फीसदी उपकरण स्वदेशी हैं। यह उपकरण कानपुर और दक्षिण के कुछ राज्यों की औद्योगिक इकाइयों से लिए गए हैं। तीन किलो वजन की इस कारबाइन का लुक विश्व के दो देशों की कारबाइन में ही दिखता है। इसकी मारक क्षमता भी अचूक है।


कारबाइन की खासियत
कैलिबर 5.56 एमएम
लेंथ 550-700 एमएम
वजन 3 किलो बिना मैग्जीन
रेंज 200 मीटर
रेट ऑफ फायर 900 राउंड प्रति मिनट